Thursday, September 5, 2013

MEANING AND DEFINITION OF COMMUNICATION ....................... संचार का अर्थ एवं परिभाषा


संचार का सामान्य भाषा में अर्थ है- एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक सूचना या संदेश को संप्रेषित करना या किसी सूचना या तकनीक को दूसरे तक पहुंचाना। यह शब्द संस्कृत के चर धातु से पैदा हुआ है। जिसका अभिप्राय है-चलना। अपने व्यापक अर्थ में इसका प्रयोग चलने, दौड़ने जैसी क्रियाओं के लिए होता है। लेकिन आज संचार शब्द एक तकनीकी शब्द बन चुका है। जो अंग्रेजी के कम्युनिकेशन का हिन्दी रूपांतर है। यह शब्द वास्तव में लैटिन भाषा की कम्युनिकेयर क्रिया से निकलकर आया है। जिसका आशय है to take together, confer, discourse and consult on with another यह लैटिन भाषा के कम्युनिस शब्द से भी जुड़ता है जिसका अर्थ है to take common, to share, to import, to train, to transfer अर्थात सामान्यीकरण, सामान्य भागीदारीयुक्त सूचना, संप्रेषण यानि इसे समझ या साझा आधार भी कहा जा सकता है। संचार के स्थान पर एक अन्य शब्द संप्रेषण का भी प्रयोग किया जाता है। लेकिन कम्युनिकेशन के लिए संचार शब्द ही अधिक उपयुक्त है।

इस प्रकार संचार एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से एक व्यक्ति दूसरे के विचारों को समझता है, सहभागी होता है तथा आपसी समझदारी बढ़ाता है।

एन्साइक्लोपीडिया आफ कम्युनिकेशन के अनुसार- the transfer of thoughts and messages are contrasted with transportation of goods and persons. अर्थात विचारों या संदेशों के आदान-प्रदान को संचार कहते हैं जो चीजों और व्यक्तियों की ढुलाई या परिवहन से अलग है।

राबर्ट एंडरसन के अनुसार- वाणी, लेखन या संकेतों के द्वारा विचारों, अभिमतों अथवा सूचना का विनिमय करना संचार कहलाता है। 

बैरलों के अनुसार- संचार में अर्थ संचारित नहीं होता। अर्थ न तो संचारित होते हैं और न ही स्थानांतरित होते हैं। केवल संदेश ही संचारित होते हैं तथा संदेश में अर्थ नहीं होते, वे तो संप्रेषक में होते हैं जो संदेश देते हैं।

विल्बर श्राम के अनुसार- संचार में एक व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह के साथ एक ऐक्य या सामान्यतया की स्थापना समाहित होती है।

पीटर लिटिल के अनुसार- संचार एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से सूचना व्यक्तियों या संगठनों के बीच संप्रेषित की जाती है ताकि समझ में वृद्धि हो।

जे पाल लीगन्स के अनुसार- संचार एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें दो या दो से अधिक व्यक्ति विचार, तथ्य, भावनाओं का विनिमय करते हैं ताकि दोनो की समझ बढे़।

ए बी शनमुगन के अनुसार- ज्ञान, अनुभव, संवेदना, विचार और यहां तक कि अस्तित्व में होने वाले अभिनव परिवर्तनों की साझेदारी ही संचार है।

डा हरिमोहन के अनुसार- संचार एक जटिल प्रक्रिया का परिणाम है। जिसके द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के बीच अर्थपूर्ण संदेशों का आदान-प्रदान किया जाता है। ये अर्थपूर्ण संदेश भेजने वाले और संदेश पाने वालों के बीच एक समझदारी या साझेदारी बनाते हैं।

इस प्रकार कहा जा सकता है कि यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से दो या दो से अधिक व्यक्ति संकेत, चित्र या भाषा के द्वारा अपनी सूचनाओं, भावनाओं, विचारों का आदान-प्रदान करते हैं। उपर्युक्त परिभाषाओं के संदर्भ में हमारे सामने तीन बातें उभर कर आई हैं-
1.    यह विनिमय या सूचना प्रेषण मौखिक, लिखित अथवा संकेतों में ही हो सकता है लेकिन जिस रूप में हो, वह अर्थपूर्ण संदेश होना चाहिए। बिना अर्थ के यह संदेश व्यर्थ है।
2.    संचार एक जटिल प्रक्रिया होती है। इससे हमारे वाक् अवयवों से लेकर अनेक प्रकारी की मशीनों का प्रयोग किया जाता है।
3.    संदेश अर्थपूर्ण हो और उनका प्रभाव दूसरे लोगों पर होना चाहिए। वे कुछ प्रतिक्रिया दें, यह भी आवश्यक है।
           (पुस्तकः संचार और फोटो पत्रकारिता- डा रमेश मेहरा, पृष्ठ संख्या- 13, 14 और 15)





   

Wednesday, September 4, 2013

DEFINITION OF NEWS समाचार की परिभाषा

समाचार-

समाचार को अंग्रेजी में न्यूज,  हिन्दी में समाचार, संस्कृत में वार्ता और उर्दू में खबर कहा जाता है। न्यूज शब्द का प्रचलन सबसे पहले सन् 1550 के बाद मिलता है। इससे पहले 1423 ई में न्यूइज, 1455 ई में न्यूयेस और 1523 ई में न्यूइस शब्दों का प्रयोग किया जाता था। न्यूज शब्द चार अक्षरों के माध्यम से चार दिशाओं का सूचक भी है जैसे नार्थ यानि उत्तर, ईस्ट यानि पूर्व, वैस्ट यानि पश्चिम और साउथ यानि दक्षिण। इसीलिए हेडन ने अपने शब्दकोष में कहा है कि सब दिशाओं की घटनाओं को समाचार कहते हैं।

समाचार की परिभाषा-

समाचार क्या है? न्यूयार्क की सन पत्रिका के सम्पादक जान बी बोगार्ट के मुताबिक - जब कुत्ता आदमी को काटता है तो वह समाचार नहीं है परन्तु यदि कोई आदमी कुत्ते को काट ले, तो वह समाचार होगा।

पर्याप्त संख्या में मनुष्य जिसे जानना चाहें, वह समाचार है शर्त यह है कि वह सुरूचि तथा प्रतिष्ठा के नियमों का उल्लंघन न करे- जे जे सिडलर

समाचार किसी सामयिक घटना का महत्वपूर्ण तथ्यों का परिशुद्ध तथा निष्पक्ष विवरण होता है जिससे उस समाचार पत्र में पाठकों की रूचि होती है। जो इस विवरण को प्रकाशित करता है। - के पी नारायणन


इसके अलावा समाचार वह है-
- समाचार कोई भी बात है जो सामान्य से परे हो।
- अचानक जो घटे वह समाचार है।
- पाठक जिसे जानना चाहें वह समाचार है।
- जिसे कोई दबाना चाहे वह समाचार है बाकी सब विज्ञापन है।
- एक योग्य पत्रकार जो लिखता है वह समाचार है।
- समाचार किसी ऐसे प्रचलित विचार, घटना या समस्या का विवरण होता है, जिसमें लोगो की रूचि होती है।
(पुस्तकः पत्रकारिता एवं जनसंचार विविध आयाम - सुरेश वर्मा,  पृष्ठ संख्या- 64 और 65)

न्यू का अर्थ होता है नया न्यूज हुआ उसका बहुवचन, यानि ताजा से ताजा और नई से नई बात समाचार हाती है।

लेकिन, परिभाषा के बिना भी समाचार का बोध पाठका को उस स्पंदन से होता है जो वह उसे पढ़कर प्राप्त करता है। समाचार का बोध उस आंशिक या पूर्ण संतोष से भी होता है जब पाठक उसे पढ़कर अपने को अधिक सूचित, ज्यादा शिक्षित पाता है। स्पंदनकारी वही होगा जो मन-मस्तिष्क को दिलचस्प लगे। मानसिक संतोष उससे मिलेगा जो महत्वपूर्ण जानकारी देगा। अतः समाचार को सदैव नया, दिलचस्प, मनोरंजक और महत्वपूर्ण होना चाहिए।

(पुस्तकः समाचार संकलन और लेखन - प्रो. एन के त्रिखा, पृष्ठ संख्या-7)

उन महत्वपूर्ण घटनाओं की जिसमें जनता की दिलचस्पी हो, पहली रिपोर्ट को समाचार कह सकते हैं।
- टूरी सी हापवुड

किसी सामयिक घटना का विवरण जिसका किसी समाचार पत्र के संपादकीय विभाग ने संपादन कर्मियों द्वारा चयन किया गया हो, क्योंकि वह पाठकों के लिए रूचिकर एवं महत्वपूर्ण है, अथवा उसे ऐसा बनाया गया है। - विलियम जी ब्लेयर

प्रख्यात पत्रकार स्वर्गीय मनुकोंडा चेलापति राव के मुताबिक - समाचार की नवीनता इसी में है कि वह परिवर्तन की जानकारी दे। वह जानकारी चाहे राजनीतिक, सामाजिक अथवा आर्थिक कोई भी हो। परिवर्तन में भी उत्तेजना होती है।

पत्रकार हार्पर लीच और जान सी कैरोल (शिकागो के पत्रकार)  ने समाचार को एक गतिशील साहित्य बताया है।
(पुस्तकः पत्रकारिता के मूल तत्व- डा ए आर डंगवाल, पृष्ठ संख्या - 7)